आइए आज जानते हैं कि रोगों का सरल तरीके से कैसे निपटारा करें....
जैसा कि हम सभी जानते हैं उनके आज दुनिया भर में माहौल बहुत बुरा बन चुका है।
हर तरफ से बीमारियों ने हमें घेर रखा है सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला कोरोना वायरस नाम की वह बीमारी है जिसमें पूरे विश्व को अपने चपेट में ले रखा है।
इससे लाखों लोगों की मृत्यु हो चुकी है और आगे भी हो रही है जिसका अभी तक कोई भी सही निपटारा नहीं हो पाया है।
आज से सैकड़ों वर्ष पहले लोग छोटी बड़ी बीमारियों का घर में ही इलाज कर लेते थे , और दवाई बनाने के लिए जंगल से जड़ी बूटी इकट्ठा करके ले आते थे और उसी की दवाई बनाकर विरोधी का उपचार करते थे।
इस तरीके के इलाज से रोगी 100 प्रतिशत ठीक जाते थे।
आगे आने वाली पीढ़ियों को भी यह शिक्षा मुफ्त में सिखाई जाती थी ज्योति खुद दवाई बनाने वाले वैद्य पूरे गांव के लोगों को इकट्ठा करके उन्हें जड़ी बूटियों के बारे में बताते और उनके पहचान करवाते थे और यह काम वैद्य बिल्कुल मुफ्त में करते थे इसमें उसका कोई स्वार्थ नहीं होता था।
मगर देखा जाए तो आजकल डॉक्टर की पढ़ाई करने वाले बच्चों का सिर्फ पैसा कमाना ही उनका मूल उद्देश्य बन चूका है।
आज हमारे समाज में कितनी ही बुराईयां फैल चुकी हैं , इसमें एक बुराई डॉक्टरों का भ्रष्ट होना भी है।
आजकल के कुछ भ्रष्ट डॉक्टर हमारा इलाज ना करके अपने पैसे के लिए हमें इस्तेमाल करने लग जाते हैं यहां तक कि ऐसा भी देखा गया है कि कुछ स्वार्थी डॉक्टरों ने मरीजों के अंदरूनी अंगों को ही बेच दिया।
जरा सोचिए जिस डॉक्टर को हम परमात्मा स्वरूप मानते हैं जिसे हमारे जान का रक्षक कहते हैं वह इतने भक्षक हो चुके हैं कि हमारी ही जान लेने पर अड़ गए हैं।
वास्तव में अगर हमें कोई पूर्ण रूप से रोगमुक्त कर सकता है तो वह केवल परमात्मा है।
क्योंकि परमात्मा के अलावा कोई भी डॉक्टर हमें पूर्ण रूप से रोग मुक्त नहीं कर सकता।
पूर्ण परमात्मा को वेदों में पाप नाशक कहा गया है और पाप नाश होने से कष्ट नहीं आते और रोग भी नहीं होते। पूर्ण परमात्मा की भक्ति करने से शरीर में किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती अगर होती है तो परमात्मा उसे काट देते हैं सिर्फ परमात्मा के भक्ति करने से ही उपचार हो जाता है इलाज की आवश्यकता नहीं पड़ती।
पूर्ण संत से दीक्षा लेना बहुत जरूरी है जो हमें पूर्ण परमात्मा की जानकारी देता है और उसके मंत्र देता है , चाहे कितना भी बड़ा रोग हो पूर्ण परमात्मा उसे ठीक कर देते हैं।
आज विश्व भर में एकमात्र पूर्ण संत सतगुरु रामपाल जी महाराज है जो हमारे सभी दुखों का अंत कर सकते हैं। विश्व भर के भविष्यवक्ता ने महापुरुष के बारे में भविष्यवाणियां की थी वह वर्तमान में भारत में प्रकट हो चुका है।
पूरी दुनिया को आध्यात्मिकता के द्वारा जोड़ने वाला वह महापुरुष संत रामपाल जी महाराज हैं।
संत रामपाल जी महाराज से दीक्षा लेकर भक्ति करने से आज वो लोग भी सुखी हैं जिन्हें कभी कैंसर , एचआईवी या और भयानक रोग था।
अगर आप भी चाहते हैं कि जीवन में खुशहाली हो शारीरिक मानसिक सुख शांति रहे और पूर्ण मोक्ष की प्राप्ति हो तो संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर भक्ति करें और पूर्ण मोक्ष को प्राप्त करें।
सन्त गरीबदास जी की वाणी है :-
संखों लहर मेहर की उपजे कहर नहीं जहां कोई , दास गरीब अचल अविनाशी सुख का सागर सोई।
पूर्ण परमात्मा की भक्ति करने से हमें उस परमधाम की प्राप्ति होती है जहां जाने के बाद लौट कर प्राणी इस गंदे लोक में वापस नहीं आता।
उस धाम की प्राप्ति केवल संत रामपाल जी महाराज के द्वारा दी भक्ति से हो सकती है।
अधिक जानकारी के लिए कृपया अवश्य पढ़िए निशुल्क पुस्तक ज्ञान गंगा।